भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध

भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध-

Important Battles in the History of India in Hindi
भारत में लड़े गए अनेक युद्धों और लड़ाइयों ने देश के सांस्कृतिक वातावरण और यहाँ के लोगों को बहुत प्रभावित किया है। भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध और लड़ाईयां अलग अलग राजवंशों, राज्यों और साम्राज्यों के बीच लड़ी गई थी।

भारतीय उपमहाद्वीप में मुगल और अफगान सम्राटों के घुसपैठ के कारण 11 वीं सदी के मध्य में युद्धों की शुरुआत हुई। बाद में, विभिन्न क्षेत्रीय राज्यों के बीच सैकड़ों अन्य युद्ध लड़े गए हैं।

भारत के इतिहास के सभी बड़े या छोटे युद्ध आम तौर पर भारतीय भूमि, यहाँ की अपर धन सम्पदा को हथियाने एवं अपना वर्चस्व स्थापित करने के उद्देश्य से लड़े गए|

भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन करने वाले चार सबसे बड़े साम्राज्य- मुगल साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य, मराठा साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी हैं।

भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्धों का वर्णन-

हाईडेस्पीज का युद्ध [326 ई. पूर्व]- यह युद्ध सिकंदर और पोरस के बीच लड़ा गया| यह सिकंदर महान की चौथी लड़ाई थी, इस युद्ध के दौरान पोरस की वीरता से प्रभावित होकर अलेक्जेंडर ने पोरस के साथ एक गठबंधन बनाया और उसे अपने राज्य में शासक बना दिया।

कलिंग का युद्ध [261 ई. पूर्व]- कलिंग युद्ध भारत के इतिहास में लड़े सबसे महत्वपूर्ण युद्धों में से एक है। कलिंग एक सामंती गणराज्य था और जहां वर्तमान में उड़ीसा राज्य स्थित है, वहां स्थित था। इस युद्ध में मौर्य सम्राट अशोक ने कलिंग के राजा को पराजित किया| युद्ध के दौरान हुए खून- खराबे को देखकर अशोक का मन द्रवित हो गया और उसने बौद्ध धर्म अपना लिया|

तराइन का प्रथम युद्ध [1191 ईस्वी]- तराइन का प्रथम युद्ध पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गौरी को पराजित किया| इस युद्ध में पृथ्वीराज ने मोहम्मद गौरी को बुरी तरह से पराजित किया था|

तराइन का दूसरा युद्ध [1192 ईस्वी]- इस युद्ध में मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को पराजित किया| तराइन के दूसरे युद्ध के पश्चात ही भारत में मुस्लिम शासन की स्थापना हुई|

चंदावर का युद्ध [1194 ईस्वी]- चंदावर का युद्ध मोहम्मद गोरी एवं कन्नौज के राजा जयचंद के मध्य लड़ा गया था, जिसमें मोहम्मद गोरी विजयी रहा|

पानीपत का प्रथम युद्ध [1526 ईस्वी]- पानीपत की लड़ाई बाबर और लोदी साम्राज्य की आक्रमणकारी सेनाओं के बीच लड़ी गई थी| पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 को उत्तर भारत में लड़ा गया था| बाबर ने लोदी वंश के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी को पराजित किया| इस युद्ध ने भारत में मुगल शासन की नींव रखी।

खानवा का युद्ध [1527 ईसवी]- खानवा की लड़ाई 17 मार्च 1527 को खानवा के गांव के पास लड़ी गई थी। यह गाँव आगरा से करीब 60 किमी पश्चिम में स्थित है| खानवा की लड़ाई पहले मुगल सम्राट बाबर द्वारा भारत में लड़ी गयी दूसरी बड़ी लड़ाई थी। इस युद्ध में बाबर ने मेवाड़ के राजा राणा सांगा को पराजित किया था|

घाघरा का युद्ध [1529]- इस युद्ध में बाबर ने अफगानों को बुरी तरह से परास्त किया|

चौसा का युद्ध [1539 ईसवी]- यह युद्ध शेरशाह सूरी और हुमायूं के मध्य लड़ा गया जिसमें शेरशाह सूरी की विजय हुई|

कन्नौज अथवा विलग्राम का युद्ध [1540 ईसवी]- कन्नौज का युद्ध शेरशाह सूरी और हुमायूं के बीच युद्ध हुआ जिसमें शेर शाह सूरी विजयी हुआ| इसी युद्ध से दिल्ली की गद्दी पर शेरशाह सूरी का पूरी तरह से अधिकार हो गया|

पानीपत का द्वितीय युद्ध [1556 ईसवी]- पानीपत का द्वितीय युद्ध 5 नवम्बर 1556 को लड़ा गया था| इस युद्ध में अकबर ने हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य) को पराजित किया था और इस युद्ध के बाद भारत में मुगल शासन की मजबूती के साथ नीव पड़ी|

तालीकोटा का युद्ध [1564-65 ईसवी]- तालीकोटा का युद्ध 26 जनवरी 1565 को लड़ा गया था| इस युद्ध में बीजापुर, बीदर, गोलकुंडा और अहमदलगर की संयुक्त सेनाओं ने विजयनगर के राजा को पराजित किया| इसी के साथ विजय नगर के हिंदू राज्य का अंत हो गया|

हल्दीघाटी का युद्ध [1576 ईसवी]- हल्दीघाटी का युद्ध भारतीय इतिहास के युद्धों में सबसे महत्वपूर्ण युद्ध है| इस युद्ध में राजा मान सिंह के नेतृत्व में मुगल सेना ने महाराणा प्रताप को पराजित किया| पराजय के बावजूद महाराणा ने मुगल अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया और मुगल सेना के खिलाफ छापामार युद्ध जारी रखा|

असीरगढ़ का युद्ध [1601 ईसवी]- असीरगढ़ का युद्ध अकबर का आखिरी युद्ध था जो दक्षिण भारत में लड़ा गया|

प्लासी का युद्ध [1757]- प्लासी का युद्ध 23 June 1757 को लड़ा गया था| इस युद्ध में रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में अंग्रेजों ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को पराजित किया| इसी के साथ भारत में अंग्रेजी राज्य का मार्ग प्रशस्त हो गया|

बक्सर का युद्ध [1764 ईसवी]- 22 October 1764 को बक्सर का युद्ध लड़ा गया था| यह युद्ध अंग्रेजों को बंगाल के नवाब मीर कासिम, अवध के नवाब शुजाउद्दौला और मुगल सम्राट शाह आलम की संयुक्त सेनाओं के बीच लड़ा गया, जिसमें अंग्रेजो ने विजय प्राप्त की| इसी के साथ अंग्रेजों ने बंगाल पर पूरी तरह अधिकार कर लिया|

पानीपत का तीसरा युद्ध [1761]- 14 January 1761 को पानीपत का तृतीय युद्ध लड़ा गया था| इस युद्ध में अफगान शासक अहमदशाह अब्दाली ने मराठों को पराजित किया| इसी युद्ध से भारत में अंग्रेजी शासन का मार्ग प्रशस्त हुआ|

वांडीवाश का युद्ध [1760]- इस युद्ध में अंग्रेजों ने फ्रांसीसियों को पराजित किया|

प्रथम मैसूर युद्ध [1767-69]- प्रथम मैसूर युद्ध का कारण मद्रास में अंग्रेज़ों की आक्रामक नीतियाँ थीं। इस युद्ध के शुरुआत में तो मैसूर के शासक हैदर अली ने अंग्रेजों को पराजित किया, लेकिन बाद में उसे पराजय का मुंह देखना पड़ा|

द्वितीय मैसूर युद्ध [1780]- हैदर अली, निजाम और मराठों का संयुक्त सेनाओं ने मिलकर अंग्रेजों को पराजित किया, जिससे हैदर अली कर्नाटक का निर्विवाद शासक बन गया |

तृतीय मैसूर युद्ध [1790-92]- अंग्रेजों ने टीपू सुल्तान को पराजित किया जिससे टीपू को अपनी आधी रियासत अंग्रेजों को सौपनी पड़ी|

चतुर्थ मैसूर युद्ध [1799]- आर्थर वेलेजली के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने टीपू की सेना को पराजित किया| इसी के साथ मैसूर के शासन का अंत हो गया|

द्वितीय मराठा युद्ध [1803-06]- इस युद्ध की वजह से होल्कर को अंग्रेजों के साथ संधि करनी पड़ी| इस युद्ध से अंग्रेज़ होल्कर, भोसलें तथा महादजी शिन्दे को भी अपने अधीन करना चाहते थे|

तृतीय मराठा युद्ध [1817-18]- पेशवा, भोसले एवं होल्कर की सेनाओं को अंग्रेजी सेना ने बुरी तरह से पराजित कर दिया| इस युद्ध की वजह से मराठों की सैन्य शक्ति समाप्त हो गई|

बर्मा का युद्ध [1824-26]- इस युद्ध की वजह से अंग्रेजों ने बर्मा को भारत में मिला लिया था|

भारत- चीन युद्ध [1962]- हिंदी- चीनी भाई- भाई के नारे के बीच चीन ने अचानक भारत पर हमला करके लगभग 40000 वर्ग मील भूमि पर कब्जा कर लिया जो आज भी उसके कब्जे में है| चीनी हमला भारत के लिए आंख खोलने वाला था और इसके बाद भारत ने भविष्य के परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए अपनी रक्षा जरूरतों पर ध्यान देना शुरू कर दिया|

भारत-पाक युद्ध [1965] – 1965 में पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया हलाकि युद्ध में पाकिस्तान को पराजय का मुंह देखना पड़ा, फिर दोनों देशों के मध्य युद्ध विराम हो गया| इस युद्ध के परिणाम स्वरुप दोनों देशों के बीच ताशकंद संधि हुई|

भारत-पाक युद्ध [1971]- इस युद्ध में पाकिस्तान की बुरी तरह हार हुई और नए देश बांग्लादेश का उदय हुआ|


Related Articales

Logo

Download Our App (1Mb Only)
To get FREE PDF & Materials

Download