न्यूटन की जीवनी Isaac Newton Biography in Hindi
Newton Biography in Hindi-
आइजैक न्यूटन को इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिकों में से एक माना जाता है। दुनिया के सबसे महानतम वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने भी कहा कि आइजैक न्यूटन दुनिया के सबसे महान व्यक्ति हैं| न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दिया, इसके अतिरिक्त उनके द्वारा गति के तीन नियम दिए गए जो की भौतिकी के लिए आधार बन गए| न्यूटन को कैलकुलस का जनक भी कहा जाता है|
न्यूटन की जीवनी
Short Biography of Newton in Hindi-
1- जन्म: 4 जनवरी, 1643 इंग्लैंड में
2- क्षेत्र: वैज्ञानिक, गणितज्ञ और खगोलशास्त्री
3- निधन: 31 मार्च, 1727 को लंदन, इंग्लैंड में
4- उपलब्धियां: गति और सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण के तीन कानूनों को परिभाषित करना
न्यूटन का जीवन परिचय
Isaac Newton Biography in Hindi-
आइजैक न्यूटन का जन्म 4 जनवरी, 1643 (25 December 1642) को वूलस्टोर्प, इंग्लैंड में हुआ था। उनके पिता का नाम आइजैक न्यूटन था और न्यूटन के जन्म के तीन महीने पहले ही उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। जब न्यूटन केवल 3 साल के थे तब उनकी मां ने दोबारा शादी कर ली, और न्यूटन को छोड़कर वह अपने दूसरे पति के साथ रहने लगी| न्यूटन अपने सौतेले पिता से बहुत नफरत करते थे और वह अपनी मां के साथ ना रहकर अपनी नानी के साथ रहते थे|
न्यूटन ने जल्द ही स्कूल में दाखिला लिया और वह पढ़ाई में बहुत अच्छे थे| जब न्यूटन के सौतेले पिता की मृत्यु हो गई तो उनकी मां वापस आ गई| एक समय ऐसा आया जब उनकी मां यह चाहती थी कि वह स्कूल छोड़ दें और खेतों में उनकी मदद करें, परंतु न्यूटन को खेती में कोई दिलचस्पी नहीं थी और वह पुनः स्कूल आ गए| सर आइज़क न्यूटन लगभग अकेले ही बड़े हुए और उन्होंने अकेले ही जीवन जीना पसंद किया और उन्होंने अपना सारा ध्यान अपनी पढ़ाई पर केंद्रित किया|
उन्नीस वर्ष की आयु में उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज, इंग्लैंड में प्रवेश किया। 1665 में अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद, वह अपनी मास्टर्स की डिग्री प्राप्त करना चाहते थे परंतु उसी समय वहां पर प्लेग का प्रकोप हुआ|
प्लेग जैसी बीमारी के कारण विश्वविद्यालय को बंद करना पड़ा| और न्यूटन 1666 से लेकर 1667 तक अपने शहर वापस चले आए| जिस समय वह अपने घर वापस आए उस समय उन्होंने गुरुत्वाकर्षण और प्रकाशिकी के बारे में सोचना और कार्य करना प्रारंभ किया| एक गिरते हुए सेब ने उनके मन में गुरुत्वाकर्षण का विचार सुझाया और आगे जाकर उन्होंने इसे सारी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया| न्यूटन ने कैलकुलस प्रणाली को भी विकसित किया|
सन 1687 में न्यूटन ने अपने सबसे महत्वपूर्ण कार्य को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया| जिसमें उन्होंने गति के तीन नियमों के साथ साथ गुरुत्वाकर्षण नियम का वर्णन किया था| यह सिद्धांत दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक हैं और इन्होंने आधुनिक भौतिकी की दिशा और दशा को बदल दिया|
उपलब्धियां
- न्यूटन ने द्विपद प्रमेय (Binomial Theorem) को परिभाषित किया|
- उन्होंने प्रिज्म का प्रयोग करके यह समझाया की सूर्य का प्रकाश इंद्रधनुष के रंगों से मिलकर बना हुआ है|
- उन्होंने दुनिया की पहली परावर्ती दूरबीन ( reflecting telescope) को बनाया|
- उन्होंने दुनिया को कैलकुलस से अवगत कराया| कैलकुलस ने गणित और विज्ञान की दशा और दिशा को बदल दिया|अगर कैलकुलस ना होती तो शायद हम इलेक्ट्रॉन जैसे छोटे कण की गति आदि का विश्लेषण ना कर पाते|
- उन्होंने प्रिंसिपिया (Principia) नामक बुक लिखी जो कि विज्ञान की दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण किताबों में से एक है|
न्यूटन की मृत्यु-
Newton Death-
आइजैक न्यूटन का 31 मार्च, 1727 को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने कभी शादी नहीं की थी|
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