नूरजहाँ का इतिहास | Nurjahan History in Hindi
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नूरजहाँ का इतिहास-
Nurjahan History in Hindi- जैसा की हम सभी जानते हैं जहांगीर ने अपने जीवन काल में कई विवाह किये थे परंतु नूरजहां से उसका विवाह भारतीय इतिहास में बहुत उल्लेखनीय एवं महत्वपूर्ण है| नूर-जहां तेहरान निवासी गयास बेग की पुत्री एवं शेर अफगन की विधवा थी| उसकी माता का नाम असमत बेग था| नूरजहां के बचपन का नाम मेहरूनिशा था| अपनी गरीबी से त्रस्त होकर मिर्जा गयास बेग एवं असमत बेग भारत की ओर पलायन किए और जब उनका काफिला कंधार पहुंचा तो असमत बेग के गर्भ से मेहरूनिशा का जन्म 31 मई, 1577 ई को हुआ|
जहांगीर और नूरजहां का विवाह-
जब मेहरूनिशा की उम्र 17 वर्ष की थी तब उसका विवाह अलीकुली इस्ताजलू से हुआ| यही अलीकुली आगे चलकर इतिहास में शेर अफगन के नाम से प्रसिद्ध हुआ| कालांतर में शेर अफगन की हत्या कर दी गई और मेहरूनिशा विधवा हो गई| शेर अफगन की हत्या में सम्राट जहांगीर सम्मिलित था या नहीं, यह इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है और इस विषय पर इतिहासकारों में मतभेद है|
जब शेर अफगन की हत्या सन 1607 ईस्वी में हो गई तो मेहरूनिशा को राज महल में सुल्तान सलीमा बेगम के संरक्षिका के तौर पर नियुक्त किया गया| सलीमा बेगम महान सम्राट अकबर की विधवा थी| शेर अफगन की हत्या के 4 वर्ष पश्चात सन 1611 इसवी में मेहरूनिशा ने सुल्तान जहांगीर से विवाह किया और नूरजहां का खिताब धारण किया|
Biography of Nurjahan in Hindi
नाम | मेहरूनिशा Mehrunissa |
जन्मतिथि | 31 मई, 1577 ई. |
जन्म स्थान | कंधार |
मृत्यु | 17 दिसम्बर, 1645 ई |
मृत्यु स्थान | लाहौर |
पिता का नाम | गयास बेग |
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जहांगीर के शासनकाल में नूर-जहां की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण थी| वह कुशल, योग्य, सुसंस्कृत, सुशिक्षित एवं कलाप्रिय महिला थी, और अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण उसने राज्य के कार्यों एवं महत्वपूर्ण फैसलों में जहांगीर को हरदम सहयोग किया| जहांगीर को मदिरापान जैसे बुरे व्यसनों की लत थी और बादशाह के व्यसनोंपर भी उसने अपना नियंत्रण किया|
कुछ इतिहासकारों के मतानुसार उसने अपने पति को वशीभूत करके कई वर्षों तक मुगल साम्राज्य का प्रबंध और दिशा निर्देश अपने हाथों में रखा|
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नूरजहां की मृत्यु 17 दिसम्बर, 1645 ई. को लाहौर में हुई| जहांगीर और नूरजहां की कब्र लाहौर में स्थित है|
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October 11, 2017 at 10:52 amVisitor Rating: 5 Stars