Ramkrishna Mission in Hindi

रामकृष्ण मिशन-

रामकृष्ण मिशन की स्थापना स्वामी रामकृष्ण परमहंस के प्रिय शिष्य स्वामी विवेकानंद ने 1 मई सन् 1897 ईस्वी में कोलकाता के निकट बेलूर नामक स्थान पर की थी| स्वामी रामकृष्ण परमहंस पहले शिक्षक थे एवं बाद में उन्होंने सन्यास ले लिया था| रामकृष्ण मिशन की अनेक शाखाएं आज संपूर्ण संसार में फैली हुई है और यह मिशन अनेक परोपकारी कार्यों में तत्पर हैं|

इस मिशन का उद्देश्य ऐसे सन्न्यासियों और साधुओं को संगठित करना था, जो स्वामी रामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं में गहरी आस्था रखें और उन शिक्षाओं को आगे प्रचारित करें तथा, उनके उपदेशों को जनसाधारण तक पहुँचा सकें और संतप्त, पीड़ित एवं दु:खी मानव जाति की नि:स्वार्थ सेवा कर सकें।

रामकृष्ण मिशन के उद्देश्य-

रामकृष्ण मिशन के प्रमुख उद्देश्य अग्रलिखित हैं-
1. दीन दुखियों की निस्वार्थ भाव से सेवा करना|
2. देश में शिक्षा का प्रचार एवं प्रसार करना|
3. लोगों को हिंदू धर्म एवं संस्कृति का ज्ञान प्रदान करना|
4. विश्व में हिंदू धर्म एवं संस्कृति का प्रचार एवं प्रसार करना|
5. मानवता के कल्याण के लिए स्वामी रामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं का देश एवं विदेश में प्रचार तथा प्रसार करना|

रामकृष्ण मिशन के सिद्धांत Principles of Ramakrishna Mission in Hindi-

इस मिशन के सिद्धांत निम्नवत है-

  • सभी धर्म अच्छे हैं अतः प्रत्येक व्यक्ति को अपने-अपने धर्म में निष्ठा एवं श्रद्धा रखनी चाहिए|
  • ईश्वर निराकार, अजन्मा, अजेय एवं अमर है| **अजेय -जिसको जीता न जा सके
  • आत्मा परमात्मा का अंश है|
  • भारतीय संस्कृति अध्यात्ममूलक है अतः यह श्रेष्ठ है, जबकि पाश्चात्य सभ्यता भौतिकवादी है|
  • मन की पवित्रता सर्वथा आवश्यक है|
  • सांप्रदायिक या भेदभाव की भावना श्रेयस्कर नहीं है|
  • मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है|
  • स्वयं आत्म ज्ञान प्राप्त करके दूसरों को आत्म ज्ञान की प्राप्ति में सहायता देना ही परम धर्म है|
  • वेदांत और उपनिषदों का अध्ययन श्रेयस्कर है|

रामकृष्ण मिशन के कार्य एवं उपलब्धियां-

रामकृष्ण मिशन का योगदान समाज सुधार एवं धर्म के क्षेत्र में बड़ा ही व्यापक एवं महत्वपूर्ण है| मिशन के कार्य एवं उपलब्धियां अग्रलिखित हैं-

  • इस मिशन ने देश एवं विदेश में आध्यात्मिकवाद एवं वेदांत के सिद्धांतों का प्रचार एवं प्रसार करके हिंदू धर्म की प्रतिष्ठा को बढ़ाया|
  • दलित एवं निर्धन लोगों की सेवा हेतु मिशन ने शिक्षण संस्थान, चिकित्सालय एवं अनाथालयों की स्थापना की|
  • दैवीय प्रकोप जैसे अकाल, भूचाल ( भूकंप), बाढ़, महामारी इत्यादि के समय में मिशन के कार्यकर्ताओं ने तन मन एवं धन से सहायता की|
  • इस मिशन ने विश्व में अपने निस्वार्थ सेवा कार्यों से भारतीय संस्कृति को प्रतिष्ठित किया|
  • स्वामी विवेकानंद ने देश एवं विदेशों में अनेक स्थानों पर रामकृष्ण मठों, शाखाओं एवं कार्यालयों की स्थापना करके भारतीय संस्कृति तथा अपने गुरु के उपदेशों को दूर-दूर तक फैलाया है|
  • हिंदू धर्म में मानवता वादी एवं उदारवादी दृष्टिकोण का समावेश करके विश्व में हिंदू धर्म की प्रतिष्ठा बढ़ाई|

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