पास्कल का नियम क्या है? परिभाषा, सूत्र, उदाहरण
ब्लेज पास्कल एक बहुत ही सफल वैज्ञानिक थे और उन्होंने बहुत से नियमों की खोज की थी, जैसे कि पास्कल का त्रिभुज, पास्कल का द्रव और गैसों के दाब का नियम इत्यादि।
इससे पहले कि हम पास्कल के नियम की व्याख्या करें आपको जानना चाहिए कि-
दबाव क्या होता है?
प्रति इकाई क्षेत्र पर लगाए गए बल की मात्रा को दबाव (Pressure) कहा जाता है।
दबाव को बल तथा क्षेत्रफल के अनुपात के रूप में भी परिभाषित कर सकते हैं।
दबाव किसी वस्तु पर लगाया गया भौतिक बल है। लगाया गया बल वस्तु की सतह के प्रति इकाई क्षेत्र के लंबवत होता है। दबाव का मात्रक पास्कल (Pa) होता है। दबाव कई प्रकार के होते हैं जिन्हे आप रोजमर्रा की जिंदगी में देख सकते हैं।
चलिए जानते हैं कि दबाव का सूत्र क्या होता है?
दबाव का सूत्र
p = F / A
जहाँ p = दबाव (pa) , F = बल (N) ,तथा A = क्षेत्रफल (m2) ।
पास्कल का नियम क्या है?
पास्कल के नियम की परिभाषा-
अतः आपने दबाव के बारे में जान लिया तो चलिए जानते हैं पास्कल का नियम क्या है?
यह नियम इस प्रकार है -
"किसी भी द्रव या गैस पर किसी भी बिंदु पर लगाया गया दबाव सभी दिशाओं में समान रूप से संचारित होता है।"
पास्कल का नियम हाइड्रोलिक मशीनों में बहुत उपयोगी होता है। क्योंकि इन मशीनों में एक तरल पदार्थ का प्रयोग किया जाता है।
पाइप में एक सिरे से दूसरे सिरे तक इस तरल के दबाव में परिवर्तन किया जाता है, जिससे कई उपयोगी कार्य किया जा सकता है।
फ्रेंच वैज्ञानिक ब्लेज पास्कल द्रवों के इस व्यवहार को देखने तथा समझने वाले प्रथम व्यक्ति थे। पास्कल एक महान गणितज्ञ तथा प्रयोगशास्त्री थे। उन्होंने बताया कि किसी कंटेनर पर द्रव द्वारा लगाया गया बल उसके लंबवत होता है और द्रव के प्रत्येक बिंदु पर दबाव समान होता है।
नोट- पास्कल का नियम केवल द्रवों तथा गैसों पर ही लागू होता है। इसका कारण यह है कि द्रवों तथा गैसों के अणु दबाव में ठोसों के अणुओं से थोड़ा अलग व्यवहार करते हैं।
द्रव और गैस के अणु स्वतंत्र घूम सकते हैं परन्तु ठोस के अणु ऐसा नहीं कर सकते हैं। ठोस के अणु अपनी स्थिति से थोड़ा ही हट सकते हैं या बहुत हल्का उतार - चढाव कर सकते हैं।
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पास्कल के नियम के अनुप्रयोग -
पास्कल के सिद्धांत का उपयोग कई उपकरणों के निर्माण के लिए किया गया है, जो भार को उठाने या वस्तुओं को दबाने जैसे कार्यों को बल और सुविधा प्रदान करते हैं।
पास्कल के सिद्धांत के कुछ प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं-
- हाइड्रोलिक दबाव
- ऑटोमोबाइल का ब्रेक सिस्टम
- यांत्रिक फावड़ा तथा यांत्रिक हथियार
- हाइड्रोलिक जैक
- क्रेन और लिफ्ट
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पास्कल के नियम के उदाहरण-
1- उदाहरण के लिए, प्रत्येक बार जब टूथपेस्ट के ट्यूब को दबाया जाता है, तो पास्कल का नियम कार्य करता है।
2- जब कार के ब्रेक को दबाया जाता है तो भी यही नियम कार्य करता है।
3- हाइड्रोलिक लिफ्ट पास्कल के नियम का एक और उदाहरण है। यह एक पिस्टन लगी पाइप होती है जो हाइड्रोलिक तरल पदार्थ से भरी हुई होती है। पिस्टन के मुख पर एक बल F लगाकर जिसका क्षेत्रफल बहुत छोटा होता है हम आउटलेट पर बड़े पिस्टन में बल को कई गुना बढ़ा सकते हैं और एक भारी वस्तु जैसे कि कार को उठा सकते हैं।
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