अमेरिका की क्रांति – American Revolution history in Hindi

History of American Revolution history in Hindi-

अमेरिकी क्रांति (1775-83) को अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध या अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम के नाम से जाना जाता है| यह क्रांति ग्रेट ब्रिटेन के 13 उत्तरी अमेरिकी उपनिवेशों और औपनिवेशिक सरकार के निवासियों के बीच संघर्ष बढ़ने से हुई|

अप्रैल 1775 में लेक्सिंगटन और कॉनकॉर्ड में ब्रिटिश सैनिकों और औपनिवेशिक सैन्य सेना के बीच झड़पों ने सशस्त्र संघर्ष की शुरुआत किया, इसके बाद विद्रोहियों ने अपनी आजादी के लिए एक पूर्ण पैमाने पर युद्ध छेड़ने की योजना को कार्यान्वित करने में लग गए|

फ़्रांस ने 1778 में उपनिवेशवादियों के पक्ष में अमेरिका की क्रांति में प्रवेश किया था, वास्तव में यह एक गृह युद्ध था परन्तु फ्रांस के इस क्रांति में आ जाने से यह एक अंतरराष्ट्रीय संघर्ष बनने लगा| फ्रेंच सहायता के बाद कॉन्टिनेंटल आर्मी फोर्स ने 1781 में वर्जीनिया के यॉर्कटाउन में ब्रिटिश लोगों को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया| 

इसके साथ ही साथ अमेरिकियों ने प्रभावी रूप से अपनी आजादी हासिल कर ली, हालांकि यह अमेरिकन क्रांति औपचारिक रूप से 1783 तक समाप्त नहीं हुई।

अमेरिका की क्रांति के कारण-

Causes of American Revolution in Hindi-
सम्राट जॉर्ज द्वितीय की योग्यता एवं ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों की उपेक्षापूर्ण नीतियों के कारण अमेरिका के निवासियों ने 1775 ईस्वी में जॉर्ज वाशिंगटन के नेतृत्व में फ्रांस तथा स्पेन की सहायता से अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध छेड़ दिया, इस युद्ध को अमेरिका की क्रांति तथा अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है| अमेरिका की क्रांति के कारण अग्रलिखित हैं-

1- दोषपूर्ण शासन-

अमेरिका में इंग्लैंड के 13 उपनिवेश थे, इन उपनिवेशों में इंग्लैंड का शासन बहुत ही दोषपूर्ण था| प्रत्येक उपनिवेश में एक अंग्रेज गवर्नर होता था तथा एक विधान सभा होती थी, जिसमें उपनिवेश के निर्वाचित सदस्य होते थे| यह सभा स्थानीय मामलों संबंधी कानून बनाती थी तथा जनता पर कर लगाती थी|

उनके ऊपर इंग्लैंड की सरकार जो भी नियम लागू करती थी उनमें इंग्लैंड का हित छिपा हुआ होता था| परस्पर विरोधी हितों के कारण अंग्रेज गवर्नर तथा निर्वाचित सभा के मध्य संघर्ष चलता रहता है| अमेरिका निवासियों को उच्च पदों के लिए अयोग्य माना जाता था और उच्च पदों पर केवल अंग्रेज ही आसीन हुआ करते थे| 

इन कारणों से अमेरिका की जनता अंग्रेजों के दोषपूर्ण शासन के विरुद्ध एकजुट होकर स्वतंत्रता पाने के लिए लालायित हो उठी और उसने अमेरिका में एक क्रांति (America ki kranti) को जन्म दिया|

2- आर्थिक शोषण-

इंग्लैंड की सरकार उपनिवेशों का बुरी तरह से शोषण कर रही थी| ब्रिटिश शासन ने उपनिवेशों में ऐसे व्यापारिक नियम लागू कर रखे थे, जिनसे इंग्लैंड को तो अधिक से अधिक लाभ पहुंच रहा था परंतु ऐसे नियम उपनिवेशों के विकास में बाधक सिद्ध हो रहे थे और उपनिवेशों का कोई भी विकास नहीं हो पा रहा था|

उपनिवेशों में लोहे व उनके सामान के अतिरिक्त अन्य कई सामानों के उत्पादन पर प्रतिबंध था| उपनिवेशों में यह सामान केवल इंग्लैंड से ही आयात किए जा सकते थे इसके साथ ही साथ उपनिवेशों से अन्य देशों को माल केवल इंग्लैंड के जहाजों द्वारा ही भेजा जा सकता था| उपनिवेशों के निवासी इस आर्थिक शोषण को ज्यादा दिन तक सहन नहीं कर पाए और परिणाम स्वरुप उन्होंने अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम को छोड़ दिया|

3- स्टांप एक्ट लगाना-

इंग्लैंड की सरकार ने उपनिवेश के निवासियों के व्यापारिक सौदों पर भारी कर लगा रखे थे जिससे वहां की जनता बहुत ही असंतुष्ट थी| उपनिवेशों की सुरक्षा के लिए इंग्लैंड की सरकार ने यह निश्चय किया कि उपनिवेशों की एक स्थाई सेना रखी जाए, और इस सेना काव्य उपनिवेशों द्वारा ही वहन किया जाएगा|

धन की प्राप्ति के लिए ब्रिटेन की संसद ने स्टांप एक्ट पारित करके उपनिवेशों पर अतिरिक्त कर लगा दिया| इसके अनुसार अदालती कागजों पर स्टांप लगाने पड़ते थे| उपनिवेश वासियों ने इस एक्ट का कड़ा विरोध किया और उन्होंने कहा कि यदि- प्रतिनिधित्व नहीं तो कर भी नहीं|

4- दार्शनिकों का प्रभाव-

तत्कालीन समय में अमेरिका के लोगों को लॉक, हैरिंगटन, टॉमस पेन,जेफरसन एवं मिल्टन आदि दार्शनिकों के विचारों ने बहुत प्रभावित किया| उनके विचारों से अमेरिकियों में राजनीतिक चेतना जाग उठी जिसने अमेरिका की क्रांति का रुप धारण कर लिया| दार्शनिकों ने अपने लेखों में लोगों की भावनाओं को स्वतंत्रता के प्रति जागृत किया| उपनिवेशों के लोगों ने इन से प्रभावित होकर स्वतंत्र होने के लिए स्वतंत्रता संग्राम को छेड़ दिया|

5- धार्मिक मतभेद

इंग्लैंड छोड़कर अमेरिका में बसने वाले अंग्रेज वहां होने वाले धार्मिक अत्याचारों से बहुत दुखी होकर यहां पर आए थे| उनके साथ ही कुछ लोग आर्थिक लाभ हेतु भी यहां पर आकर बसे थे| इनमें से अधिकांश लोग ऐसे थे जो “आंग्ल चर्च” को नहीं मानते थे, जबकि इंग्लैंड में उन दिनों केवल इंग्लिश चर्च को ही मान्यता प्राप्त थी इस प्रकार इंग्लैंड तथा उपनिवेश वासियों में गहरा धार्मिक मतभेद था|

Facts of America ki kranti in Hindi-

  • 19 अप्रैल 1775 को अमेरिकी क्रांति में पहली गोली चलाई गयी थी, इस गोली के बारे में कहा जाता है कि इस गोली कि आवाज पूरे विश्व में सुनाई पड़ी थी| इसका कारण यह है कि अमेरिका की क्रांति ने कई अन्य देशों के जनमानस पर हो रहे अत्याचार से लड़ने के उन्हें लिए प्रेरित किया|
  • बोस्टन नरसंहार में शामिल ब्रिटिश सैनिकों के लिए जॉन एडम्स रक्षा वकील थे। वह बाद में क्रांति में एक महान नेता और संयुक्त राज्य अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति बने।
  • जॉर्ज वॉशिंगटन, अमेरिका की क्रांति के जनक और अमेरिका के पहले राष्ट्रपति ने केवल 14 साल की उम्र तक स्कूल में शिक्षा प्राप्त कि थी और जब उनकी उम्र मात्र 23 साल कि थी तब वे वह वर्जीनिया मिलिशिया के कमांडर बन गए थे|
  • यद्यपि युद्ध कालोनियों और ग्रेट ब्रिटेन के बीच था, परन्तु स्वंत्रता संग्राम में अन्य देश भी शामिल हुए| फ्रांसीसी, जर्मन और स्पेनिश सैनिक भी इस युद्ध में लड़े थे।

अमेरिका की क्रांति के परिणाम-

अमेरिका की क्रांति के प्रमुख परिणाम अग्रलिखित हैं-

  • अमेरिकी क्रांति के परिणाम स्वरुप इंग्लैंड में जॉर्ज तृतीय का व्यक्तिगत शासन समाप्त हो गया और छोटे पिट के नेतृत्व में कैबिनेट प्रणाली की फिर उन्नति होने लगी|
  • क्रांति के परिणाम स्वरुप 13 अमेरिकी उपनिवेशों को स्वतंत्रता प्राप्त हुई तथा ब्रिटिश साम्राज्य एवं व्यापार प्रणाली का अंत हो गया|
  • अमेरिका की क्रांति के दौरान लगभग 7,200 अमेरिकी युद्ध में मारे गए थे, इसके अतिरिक्त लगभग 10,000 लोगों कि मौत बीमारी से हो गयी तथा लगभग 8,500 लोगों कि मृत्यु ब्रिटिश जेलों में हो गई।
  • अमेरिकी क्रांति के परिणाम स्वरुप विश्व मानचित्र पर संयुक्त राज्य अमेरिका का जन्म हुआ|
  • अमेरिका की क्रांति के फलस्वरुप संपूर्ण विश्व में स्वतंत्रता की भावना का प्रचार एवं प्रसार हुआ| इससे विश्व के अन्य देशों में भी क्रांतियां हुई|
  • दक्षिण कैरोलिना और जॉर्जिया में दासों का समूह रहता था| जिनको दस बनाकर रखा जाता था और इन पर कई तरह के अत्याचार किये जाते थे| क्रांति के दौरान बहुत से दास वहां से भाग निकले और अपने आपको गुलामी से मुक्ति दिलाई|
  • अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के परिणाम स्वरुप अमेरिकी उपनिवेशों में राजतंत्र समाप्त हो गया और वहां गणतंत्रीय शासन की स्थापना हुई|
  • राज्यों ने लिखित संविधान बनाया और सभी को धार्मिक आजादी की गारंटी दी| इस क्रांति के परिणाम स्वरूप विधायिका के आकार और उसकी शक्तियों को बढ़ा दिया गया| कर से सम्बंधित कानूनों में बदलाव किये गए और जनता को काफी रियायतें प्रदान क गयी|
  • संविधान के अनुसार अमेरिकी नागरिकों को स्वतंत्रता और समानता के अधिकार प्रदान किए गए|

अमेरिका की क्रांति कब शुरू हुई?

हालांकि अशांति और हिंसा की कुछ घटनाएं कई वर्षों से चल रही थी परन्तु अमेरिका की क्रांति 19 अप्रैल, 1775 को लेक्सिंगटन और कॉनकॉर्ड की लड़ाई के साथ शुरू हुई थी। यह संघर्ष लगभग सात-आठ वर्षों तक चला। 1781 में यॉर्कटाउन (वर्जीनिया) में अमेरिकी जीत के साथ, इस संघर्ष के अंत के रूप में जाना गया, हालांकि कुछ लड़ाई 1783 के दौरान भी हुई थी।

इस क्रांति की लड़ाइयाँ कहाँ लड़ी गईं?

अधिकांश युद्ध न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और दक्षिण कैरोलिना में लड़े गए, इन तीनों उपनिवेशों में से प्रत्येक में 200 से अधिक अलग-अलग झड़पें और लड़ाइयाँ हुईं। हालांकि, इसके अतिरिक्त लगभग हर जगह और मूल तेरह उपनिवेशों में से हर एक में क्रांति से सम्बंधित लड़ाइयां हुई थी।

दोनों पक्षों की आबादी कितनी थी?

ग्रेट ब्रिटेन की बात करे तो 1775 में ग्रेट ब्रिटेन में 80 लाख निवासी थे, और 13 उपनिवेशों में लगभग 25 लाख निवासी थे, जिनमें से लगभग 5 लाख गुलाम थे।

उपनिवेशों में सबसे बड़े शहर फिलाडेल्फिया (आबादी- 43,000), न्यूयॉर्क (आबादी- 25,000), बोस्टन (आबादी- 16,000), चार्ल्सटन (आबादी- 12,000), और न्यूपोर्ट (आबादी- 11,000) थे।

वहीँ दूसरी तरफ अमेरिका के 4 सबसे बड़े उपनिवेश थे- वर्जीनिया (आबादी- 447,016), पेंसिल्वेनिया (आबादी- 240,057), मैसाचुसेट्स (आबादी- 235,308) और मैरीलैंड (आबादी- 202,599) थे।


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