तालीकोटा का युद्ध Talikota ka yudh in Hindi

तालीकोटा का युद्ध | Battle of Talikota in hindi

तालीकोटा की लड़ाई विजयनगर साम्राज्य और दक्कन के सल्तनत के बीच लड़ा गई थी। यह युद्ध 26 जनवरी, 1565 को हुआ था और इस युद्ध में विजयनगर साम्राज्य हार गया था। तालीकोटा का युद्ध में विजयनगर साम्राज्य के विपक्ष में अहमदनगर, गोलकुण्डा, बीजापुर और बीदर के साम्राज्य शामिल थे।

उस समय गोलकुण्डा और बरार के बीच मतभेद के कारण बरार इस युद्ध में शामिल नहीं हुआ था। तालीकोटा की लड़ाई को ‘बन्नीहट्टी के युद्ध‘ के नाम से भी जाना जाता है, यह युद्ध राक्षस-तांगड़ी नामक गावं के नजदीक लड़ा गया था|

कृष्ण देवरा की मृत्यु के बाद विजयनगर साम्राज्य के पतन की शुरुआत हुई, दो शासकों अच्युत राय और सदाशिव राय बहुत ही कमजोर थे। तालीकोटा के युद्ध के समय वहां का राजा सदाशिव राय था, सदाशिव राय बहुत ही सख्त राजा था और उसके समय में विजयनगर की वास्तविक शक्ति उसके मंत्री राम राय के हाथों में थी|

राम राय ने सभी शाही अधिकारियों पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने दक्षिण भारत के पांच मुस्लिम साम्राज्यों में विभाजन करने की कोशिश की थी| जब उन राज्यों को इस योजना का पता चला तो उन्होंने एक दूसरे से हाथ मिलाया और संयुक्त रुप से मिलकर विजयनगर पर हमला किया|

Battle of Talikota in Hindi

तालीकोटा के युद्ध में विजयनगर पूर्ण रूप से पराजित किया गया था। मुस्लिम सेना ने राजधानी में प्रवेश किया और उसे लूट लिया और इसके अतिरिक्त वहां सब कुछ नष्ट कर दिया। भारत के इतिहास में इस युद्ध की गणना भारत के विनाशकारी युद्धों में की जाती है। इस युद्ध में रामराय की हत्या हुसैन शाह ने की थी। 

विजयनगर साम्राज्य की हार के कई कारण थे जिनमें सबसे प्रमुख कारण यह था कि गिलानी भाइयों ने इस साम्राज्य के साथ विश्वासघात किया जिसके कारण विजयनगर की सेना को पराजय का सामना करना पड़ा, इसके अतिरिक्त विजयनगर के तोपखाने और हथियार बहुत अच्छे नहीं थे तथा विजय नगर के घुड़सवारों की संख्या भी दक्कन के सुल्तानों की घुड़सवारों की तुलना में काफी कम थी|

 


Related Articales

Logo

Download Our App (1Mb Only)
To get FREE PDF & Materials

Download